University of Allahabad के दो बड़े फैसले: रिसर्च में ग्रांट और सबके लिए पढ़ाई!

University of Allahabad मे इस समय पेपर के साथ, इस सप्ताह दो महत्वपूर्ण कार्य हुए, जो University of Allahabad के हर स्टूडेंट के लिए गर्व करने की बात है। और इन कार्यों से यह पता चलता है। की university सभी प्रकार के स्टूडेंट को समान अवसर प्रदान करती है। बिना किसी भेद-भाव के देखती है। जिसके वजह से university अपने स्तर को और ऊपर कर पाएगी।

तो चलिएआसान भाषा मे जानते हैं – कौन से हैं वो दो फैसले जिन्होंने AU को national spotlight में ला दिया है.

No. 1: ₹1.08 करोड़ की ग्रांट – अब रिसर्च बनेगी International Level की!

क्या है Visvesvaraya PhD Scheme – Phase II?

Ministry of Electronics and IT (MeitY) की ये स्कीम पूरे देश के रिसर्चर के लिए है जो Electronics और Information Technology में cutting-edge रिसर्च करना चाहते हैं।

AU को क्यूं मिला ये Grant?

University of Allahabad के Dr. Nilesh Anand Srivastava ने ऐसा प्रपोजल तैयार किया जिसे MeitY ने पहली बार AU के लिए ₹1,08,99,400 की ग्रांट sanction की।
Vice-Chancellor Prof. Sangita Srivastava के vision और टीम के efforts ने इसे मुमकिन बनाया।

Grant में क्या-क्या मिलेगा?

  • 3 PhD seats AU को मिली हैं
  • पहले 2 साल – ₹38,750/month fellowship
  • अगले 3 साल – ₹43,750/month
  • ₹1.2 लाख हर साल रिसर्च खर्च के लिए
  • International travel और conference के लिए ₹1.5 लाख
  • और हां! छह महीने विदेश में रिसर्च का मौका भी मिलेगा – ₹1.5 लाख/month फंडिंग के साथ 🚀

किन Topics पर होगा रिसर्च?

  • Artificial Intelligence (AI)
  • Cloud Computing
  • VLSI
  • IT Enabled Services
  • Electronic System Design & Manufacturing

🔥 Translation: अब Allahabad University में होगा global standard का research!


No. 2: हर स्टूडेंट की पहुंच में होगी पढ़ाई – UGC की टीम पहुंची जांच करने!

क्या हुआ इस विज़िट में?

UGC की Accessible Audit Committee आई थी देखने कि क्या AU विकलांग छात्रों (PWDs) के लिए barrier-free campus बना पा रहा है या नहीं।

टीम में कौन-कौन था?

  • Prof. Ajay Kumar Singh (Delhi University)
  • Prof. Sangita Agrawal (Babasaheb Bhimrao Ambedkar University, Bihar)
  • Chandra Prakash, Section Officer – UGC

Registrar Prof. Ashish Khare और AU की Accessibility टीम ने सबका स्वागत किया।

क्या-क्या चेक किया गया?

  • Wheelchair-accessible ramps
  • Accessible toilets
  • Signboards और लिफ्ट्स
  • Assistive devices और inclusive classroom techniques
  • और सबसे जरूरी: विकलांग छात्रों से सीधी बातचीत

Committee ने क्या कहा?

  • उन्होंने उपलब्ध सुविधाओं को सराहा ✅
  • कुछ सुझाव भी दिए ताकि AU और बेहतर हो सके
  • RPwD Act 2016 के अनुसार AU ने अच्छा काम किया है

कुल मिलाकर – AU अब true inclusive university बनने की राह पर है!


इन दोनों फैसलों का क्या मतलब है? (Why It Matters)

  1. University अब सिर्फ नाम से नहीं, काम से भी National Level पर shine कर रही है
  2. रिसर्च में नए दरवाज़े खुलेंगे – जिससे students को मिलेगा real growth
  3. Inclusion और equality की direction में AU का एक बड़ा कदम है
  4. ये दोनों फैसले future students और researchers के लिए inspiration हैं

निष्कर्ष (Conclusion with punch):

University of Allahabad ने ये दिखा दिया है कि असली excellence वही होती है जो सबको साथ लेकर चले – चाहे वो रिसर्च हो या equal access.

अब AU सिर्फ एक कॉलेज नहीं, एक सोच बन रहा है – जो innovation और inclusion दोनों में आगे है।

अगर आपको AU से जुड़ी ये पॉजिटिव खबरें पसंद आईं, तो इसे शेयर करें अपने उन दोस्तों के साथ जो रिसर्च या higher studies के बारे में सोच रहे हैं!


Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Scroll to Top