1. Introduction
CUET यानी कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट , आज के समय में भारत के टॉप सेंट्रल और कुछ प्राइवेट विश्वविद्यालयों में एडमिशन लेने का एक बड़ा रास्ता बन चुका है । लेकिन बहुत से स्टूडेंट्स के मन में एक सवाल घूमता रहता है कि “अच्छा स्कोर आखिर होता क्या है” ।
क्या 400 स्कोर अच्छा है? 500 में एडमिशन मिल जाएगा ? DU या BHU में एडमिशन लेने के लिए कितने नंबर चाहिए? और ये Normalised Score क्या है? ।
अगर आपके दिमांग में भी ऐसे ही प्रश्न चल रहे हैं तो आप बिल्कुल सही जगह पर आए हैं। इस ब्लॉग में हम आपको बताएंगे कि CUET में कितना स्कोर अच्छा माना जाता है, स्कोर की गणना कैसे होती है? और टॉप यूनिवर्सिटीज के लिए कितना स्कोर अच्छा होता है – एकदम आसान भाषा में।

Table of Contents
2. CUET Exam का पैटर्न और कुल अंक ( How many marks of CUET Exam)
कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट ( CUET UG 2025) अब भारत के सेंट्रल या स्टेट यूनिवर्सिटीज में एडमिशन लेने का एक आधार बन चुका है। अगर आप भी CUET की तैयारी कर रहे हैं तो सबसे पहले आपको इसका पेपर पैटर्न और मार्किंग स्कीम को समझना बेहद जरूरी होता है।
CUET 2025 के तीन सेक्शन
सेक्शन 1- भाषा ( Language Test)
- इसमें 13 भारतीय और 20 विदेशी भाषाएं होती हैं।
- किसी एक भाषा का चयन करना होता है।
- प्रश्न: 50 में से 40 करने होते हैं।
- कुल अंक: 200
सेक्शन 2- डोमेन – स्पेसिफिक विषय ( Subject Test)
- इसमें कुल 29 विषय होते हैं जैसे कि फिजिक्स, केमिस्ट्री, बायोलॉजी, हिस्ट्री, इकोनॉमी आदि।
- आप 1 से 6 विषय चुन सकते हैं।
- प्रश्न: 50 में से 40 करने होते हैं।
- प्रत्येक विषय के लिए अंक: 200
सेक्शन 3 – जनरल टेस्ट ( General Test)
- इसमें लॉजिकल रीजनिंग, जनरल नॉलेज, करेंट अफेयर्स, मैथ और इंग्लिश जैसे विषय शामिल होते हैं।
- प्रश्न: 60 में से 50 करने होते हैं।
- कुल अंक: 250
कुल अंक कितने हो सकते हैं?
हर विषय के लिए अधिकतम अंक तय होते हैं: भाषा = 200, हर डोमेन विषय = 200, जनरल टेस्ट = 250
उदाहरण के लिए अगर कोई छात्र ये 5 विषय चुनता है:
1 भाषा (200), 3 डोमेन विषय (3 × 200 = 600), 1 जनरल टेस्ट (250)
तो कुल अंक होंगे: 200 + 600 + 250 = 1050 अंक
कुल छात्र 4 या 6 विषय चुनते हैं, इसलिए कुल अंक 600, 800 या 1250 तक हो सकते हैं – यह इस बात पर निर्भर करता है कि आपने कितने विषय चुने हैं
मार्किंग स्कीम क्या है?
सही उत्तर : +5 अंक
गलत उत्तर : -1 अंक ( Negative marking)
अनुत्तरित प्रश्न: 0 अंक
3. क्या है Good Score in CUET?
CUET अब भारत के टॉप यूनिवर्सिटीज में एडमिशन लेने का एक नया रास्ता बन गया है। लेकिन अधिकतर स्टूडेंट्स के मन में सवाल रहता है कि ” CUET में कितना नंबर लाएं जिससे अच्छा कॉलेज मिल जाए । तो, आइए इस लेख के माध्यम से आपके इस डाउट को क्लियर करता हूं।
कितना स्कोर अच्छा माना जाता है?
300 अंक:
- अगर आपका स्कोर 300 के आस पास है तो थोड़ा कम स्कोर माना जाता है।
- कुछ प्राइवेट या स्टेट यूनिवर्सिटीज में एडमिशन मिल सकता है, लेकिन DU, BHU, JNU जैसे टॉप कॉलेज के लिए ये स्कोर कम पड़ता है।
400 अंक:
- 400 CUET स्कोर को औसत माना जाता है।
- कुछ BA या BSc जैसे कोर्स में मिड – लेवल कॉलेज में एडमिशन मिल सकता है, टॉप यूनिवर्सिटीज में जनरल कैटेगरी के लिए ये स्कोर काफी नहीं है।
500+ अंक:
अब बात करते हैं 500 या इससे ज्यादा स्कोर की –
- यह एक अच्छा स्कोर माना जाता है
- BHU, कुछ DU के मिड-रैंक कॉलेज, और सेंट्रल यूनिवर्सिटी में एडमिशन के अच्छे चांस होते हैं।
- OBC, SC/ST कैटेगरी वालों को थोड़ी और मदद मिल सकती है इस स्कोर से।
600-700+ अंक:
- अगर आप 600 अंक या उससे ऊपर ला रहे हैं, तो समझिए आपकी सीट पक्की है!
- यह स्कोर टॉप कॉलेज और टॉप कोर्सेस (जैसे B.Com (Hons), English (Hons), Political Science) के लिए बहुत अच्छा माना जाता है।
- जनरल कैटेगरी वालों को भी 650-700+ लाने की जरूरत पड़ सकती है।
4. CUET में DU के लिए कितने मार्क्स चाहिए?
DU ( Delhi University) में पढ़ना लाखों स्टूडेंट्स का सपना होता है, क्योंकि यह यूनिवर्सिटी एक पापुलर यूनिवर्सिटी मानी जाती है। 2025 से DU में सभी अंडरग्रैजुएट कोर्स में एडमिशन अब CUET के जरिए हो रहा है। ऐसे में, सभी स्टूडेंट्स के मन में एक सवाल जरूर उत्पन्न होता है कि DU में एडमिशन के लिए CUET में कितने मार्क्स लाना जरूरी होता है?
DU में एडमिशन के लिए न्यूनतम स्कोर
DU में आवेदन करने के लिए CUET में कम से कम 480 अंक जरूरी माने जाते हैं। लेकिन यह अंक केवल योग्यता के लिए अच्छा माना जाता है, अच्छी यूनिवर्सिटी और पापुलर कोर्स में एडमिशन लेने के लिए इससे ज्यादा स्कोर लाना पड़ेगा।
टॉप यूनिवर्सिटीज में कितने मार्क्स चाहिए?
DU के टॉप कॉलेजों जैसे कि SRCC, Hindu College, Miranda House, St. Stephen’s में एडमिशन लेना थोड़ा मुश्किल होता है क्योंकि इन कॉलेजों का कट ऑफ बहुत ऊंची जाती है। यहां CUET में 750 से 800 अंक लाना पड़ता है।
कोर्स-विशिष्ट कट-ऑफ (Course-wise CUET Score for DU)
कुछ प्रमुख कोर्सों के लिए अनुमानित स्कोर नीचे दिए गए हैं:
- B.Com (Hons): 700+ अंक
- B.A. (Hons) English: 700–720+ अंक
- B.A. (Hons) Economics: 750+ अंक
- B.Sc (Hons) Physics/Maths: 750+ अंक
- B.A. (Hons) Political Science: 700+ अंक
कैटेगरी के आधार पर स्कोर
आरक्षित वर्गों ( OBC, SC, ST, EWS, PwD) को DU में एडमिशन लेने में थोड़ी राहत मिलती है। इन कैटेगरी के स्टूडेंट्स को DU में एडमिशन लेने के लिए 650 से 740 तक अंक लाना पड़ता है।
5. BHU में एडमिशन के लिए CUET में कितना स्कोर चाहिए?
BHU ( Banaras Hindu University) भारत की टॉप यूनिवर्सिटीज में से एक है, जहां हर साल कई हजारों की संख्या में स्टूडेंट्स दाखिला लेते हैं। यहां अंडरग्रैजुएट कोर्स में दाखिला CUET के आधार पर होता है। आइए जानते हैं किस कोर्स के लिए कितना स्कोर लाना पड़ता है।
BHU में एडमिशन के लिए जरूरी स्कोर
- न्यूनतम स्कोर: BHU के सामान्य कोर्सेज में 500- 600 अंक पर एडमिशन मिल सकता है।
- प्रतिस्पर्धी कोर्सेज के लिए: कुछ कोर्सेज में कट ऑफ ज्यादा होता है। उदाहरण के लिए –
- B.Sc (Hons) Agriculture: 506.96+ अंक
- B.Sc (Hons): 600–700+ अंक
- BA (Hons) Social Sciences: 600+ अंक
- BA LLB (Hons): 650+ अंक
कैटगरी के अनुसार छूट
- OBC/ SC/ ST कैटेगरी के लिए कट ऑफ बहुत कम हो सकती है।
- लेकिन जनरल कैटेगरी के स्टूडेंट्स को टॉप कोर्सेज के लिए हाई स्कोर लाना जरूरी होता है।
ध्यान देने वाली बातें
- BHU में कट ऑफ हर साल बदलती है इसीलिए टारगेट स्कोर हमेशा ज्यादा रखें।
- टॉप कोर्स के लिए 650+ स्कोर अच्छा माना जाता है।
6. CUET स्कोर कैसे कैलकुलेट होता है?
अगर आप कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट (CUET) की तैयारी कर रहे हैं तो आपके लिए यह जानना जरूरी है कि उनका स्कोर कैसे निकाला जाता है। CUET स्कोर दो स्टेप में कैलकुलेट होता है:
स्टेप 1: रॉ स्कोर (Raw Score) की गणना
CUET में हर सही उत्तर के लिए +5 अंक और हर गलत उत्तर के लिए -1 अंक मिलते हैं।
फॉर्मूला:
रॉ स्कोर = (सही उत्तर × 5) – (गलत उत्तर × 1)
उदाहरण: अगर आपने किसी सेक्शन में 35 प्रश्न सही और 5 गलत किए:
रॉ स्कोर = (35×5) – (5×1) = 175 – 5 = 170 अंक
CUET में आप 3 या 4 विषय चुन सकते हैं:
- अगर 3 विषय चुने हैं, तो कुल स्कोर = 600 में से
- अगर 4 विषय चुने हैं, तो कुल स्कोर = 800 में से
- कुल स्कोर = सभी सेक्शनों के रॉ स्कोर का जोड़
स्टेप 2: नॉर्मलाइज्ड स्कोर क्या होता है?
CUET की परीक्षा कई शिफ्ट्स में होती है, और हर शिफ्ट का पेपर थोड़ा अलग हो सकता है। इस वजह से NTA एक “नॉर्मलाइजेशन प्रोसेस” अपनाती है ताकि सभी स्टूडेंट्स के स्कोर निष्पक्ष रूप से compare किए जा सकें।
कैसे होता है नॉर्मलाइजेशन?
1. रॉ स्कोर को परसेंटाइल में बदला जाता है।
फॉर्मूला: परसेंटाइल = (आपके बराबर या कम स्कोर वालों की संख्या / कुल उम्मीदवारों की संख्या) × 100
2. फिर परसेंटाइल को नॉर्मलाइज्ड स्कोर में बदला जाता है, ताकि शिफ्ट का कठिनाई स्तर भी ध्यान में रखा जा सके।
परसेंटाइल स्कोर से क्या समझें?
यहां पर परसेंटाइल, अनुमानित CUET स्कोर और आपकी स्थिति का अनुमान लगाया गया है।
90+: 650 – 700 : अच्छे कॉलेज संभव
95+ : 700+: टॉप यूनिवर्सिटीज के चांस
99+ : 750+ : DU जैसे टॉप कॉलेजेस के लिए उपयुक्त
7. CUET स्कोर को प्रभावित करने वाले कारक
CUET (Common University Entrance Test) में अच्छा स्कोर लाने के लिए केवल मेहनत पर ही नहीं , कुछ बाहरी कारकों को भी ध्यान दिया जाता है । आइए, आसान भाषा में समझते हैं कौन कौन से कारक हैं।
1. उम्मीदवारों की संख्या
अगर इस एग्जाम को बहुत से छात्र दे रहे हैं तो प्रतियोगिता बढ़ जाती है। इससे पर्सेंटाइल स्कोर प्रभावित हो सकता है। ज्यादा छात्रों में अच्छा रैंक लाना थोड़ा मुश्किल हो जाता है।
2. पेपर की कठिनाई
हर शिफ्ट और हर दिन का पेपर एक जैसे नहीं होता है। अगर पेपर कठिन होता है तो अधिकतर स्टूडेंट्स के नंबर कम आते हैं। ऐसी स्थिति में कम स्कोर पर भी अच्छी पर्सेंटाइल मिल सकती है।
3. उम्मीदवारों का प्रदर्शन
अगर आपके साथ परीक्षा देने वाले बाकी छात्र बहुत अच्छे नंबर लाते हैं, तो आपका परसेंटाइल थोड़ा कम हो सकता है—even अगर आपने भी ठीक-ठाक प्रदर्शन किया हो। मतलब, आपका स्कोर सिर्फ आपके नंबरों पर नहीं, बल्कि दूसरों ने कितने नंबर पाए हैं, उस पर भी निर्भर करता है।
8. Conclusion
Good Score in CUET इस बात पर निर्भर करता है कि आप कौन सी यूनिवर्सिटी और कोर्स चुन रहे हैं। DU और BHU जैसे टॉप कॉलेजों के लिए 700+ स्कोर अच्छा माना जाता है, जबकि 500से 600 अंक मिड रेंज यूनिवर्सिटी के लिए ठीक माने जाते हैं। CUET स्कोर दो हिस्सों में होता है: रॉ स्कोर , जो आपके सही और गलत जवाबों पर आधारित होता है और नॉर्मलाइज्ड स्कोर , जो सभी स्टूडेंट्स को बराबरी का मौका देने के लिए पर्सेंटाइल के आधार पर तय किया जाता है। सही स्कोर जानने के लिए आधिकारिक उत्तर कुंजी और रिस्पॉन्स शीट का उपयोग करें और अपनी टारगेट युनिवर्सिटी की कट ऑफ को ध्यान में रखते हुए तैयारी करें।
इस ब्लॉग को लेकर आपके मन में किसी भी प्रकार का डाउट है तो नीचे कमेंट करके पूछ लें, मैं आपके डाउट को क्लियर करने के लिए हर समय उपस्थित हु। यह ब्लॉग आपको थोड़ी सी भी मददगार लगी हो तो इस ब्लॉग को अपने दोस्तों के साथ भी जरूर शेयर करें ताकि उनको भी ऐसी जानकारी मिलती रहे।
अगर आप How to use a CUET Score calculator: Step- by-step Guide for 2025 जानना चाहते है, तो इसे पढे।